Friday, May 3rd, 2024

BU कर्मचारी निकला कोरोना पाजिटिव, स्थायी समिति और कार्यपरिषद की बैठक पर संशय

भोपाल
बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के अकादमी विभाग का एक कर्मचारी कोरोना पाजिटिव आया है। इसके चलते आठ सितंबर को होने वाली कार्यपरिषद की बैठक पर संशय की स्थिति बन गई है। इसके पहले होने वाली स्थायी समिति की बैठक पर विवाद में आ गई है। इसके चलते कल विभाग को बंद कर दिया गया था। बीयू के सिर्फ अकादमी विभाग के कर्मचारियों में कोरोना संक्रमण फैलने का यह तीसरा प्रकरण सामने आया है। इससे विभाग के कर्मचारियों में भय का माहौल बना हुआ है।

क्योंकि विभाग की एक महिला कर्मचारी के बाद दूसरी महिला कर्मचारी के पारिवारिक सदस्य कोरोना पाजिटिव होने से उन्हें होम कोरनटाईन होना पड़ा था। अब एक कर्मचारी के कोरोना पाजिटिव होने से विभाग में सक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है। क्योंकि विभाग में पीएचडी से संबंधित विद्यार्थी काफी संख्या में पहुंचते हैं। वह इसी कर्मचारी से ज्यादा संपर्क में रहते हुए चर्चा करते हैं। हालांकि बीयू प्रशासन ने विभाग को बंद कर अपनी जिम्मेदारी से छुटकारा पाया है। विभाग अभी तक सेनेटाईज नहीं किया गया है।

इसके पहले का घटनाक्रम
14 अगस्त को कुलपति के बावर्ची और उनकी पत्नी कोरोना टेस्ट पाजिटिव आया था। प्रकरण को पांच दिन बीत गए हैं, जिसके बाद बीयू कुलपति आरजे राव ने अब 48 दिनों के लिए बीयू को बंद किया है। जांच के दौरान एम्स के डाक्टर बावर्ची और उसकी पत्नी को भर्ती कराकर उपचार दे रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा कर रखी है कि कोरोना मरीज मिलने की तिथि से संस्थान तीन दिन के लिए बंद रहेंगे, ताकि संक्रमण और लोगों को अपनी चपेट में नहीं ले सके।

तत्कालीन परिस्थितियों में बीयू को बंद नहीं किया, जिससे बीयू परिसर में रहने वाले सभी अधिकारी और कर्मचारी मानष्कि रूप से परेशान हो रहे हैं। यहां तक वे अपना टेस्ट कराने सैंम्पल तक दे चुके हैं। इसी बीच बीयू कुलपति आरजे राव बीयू को तीन दिन के लिए बंद करना भूल गए। पांच दिन बाद उन्हें सूचित किया गया कि कोई पाजिटिव केश मिलने के दिन से तीन दिन तक संस्थान बंद किए जाते हैं, तो उन्होंने पांचवें दिन से बीयू को 48 घंटे (आज-कल) के लिए बंद कराने का आदेश जारी करा दिया। अब बीयू को सेनेटाईज कराने की व्यवस्था की जा रही है।

Source : mp education

संबंधित ख़बरें

आपकी राय

4 + 10 =

पाठको की राय